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Brijesh Yadav
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नींद से जुड़ी रोचक बातें

 हर कोई सोता हैं और आज से नही बल्कि जब से पैदा हुआ हैं तब से सोता हैं. लेकिन ये काम रोज करने के बावजूद भी हमें नींद के बारे में बहुत कुछ नही पता. .

 आज तक ऐसा कोई जवाब नहीं मिला जिससे पता चले हम सोते क्यों हैं।

 इंसान अपने जीवन का एक तिहाई हिस्सा, यानि लगभग 25 वर्ष, सोने में गुजार देता हैं।

 जब तक बच्चा 2 साल का होता हैं तब तक बच्चे के मां-बाप उसकी वजह से 1055 घंटे कम सोते हैं।

 सोते वक्त अगर आप के दिमाग को लगता है की आप किसी खतरे में नही हैं तो वे उन आवाजो को छानकर निकाल देता है जो आप को नींद से जगा सकती हैं।

 जब आपकी नींद Alarm बजने से थोड़ी देर पहले खुल जाती हैं तो उसे “Circadian Rhythm” कहते हैं।

 कभी-कभी जब हम सोने की कोशिश कर रहे होते हैं, तो घडी की टिक-टिक से भी हमें बहुत गुस्सा आता हैं।

 अक्सर हम दोपहर के 2.00 बजे और रात के 2.00 बजे सबसे ज्यादा थकान महसूस करते हैं।

 अकसर जो लोग ज्यादा नहीं सोते उनके harmons का स्तर जल्दी गिरता हैं।

 सबसे ज्यादा समय तक लगातार जागने का रिकार्ड 1964 में 17 साल के Randy Gardner ने बनाया था. वह 264 घंटे 12 मिनट तक जगा रहा.

 अगर आप किसी सपने से जाग गए हैं और वापस उस सपने को देखना कहते हैं तो आपको जल्दी से आंखे बंद करके सो जाना चाहिये बिलकुल सीधा होकर. ये तरीका हर बार काम नहीं करता पर आप एक अच्छा सपना जरूर देख पाएंगे.

 आपको जानकर हैरानी होगी कि 15% जनसंख्या को नींद में चलने की और 5% जनसंख्या को नींद में बोलने की बीमारी हैं।

 हर 4 शादीशुदा जोड़ो में से एक जोड़ा ऐसा हैं, जो अलग-अलग बेड पर सोता हैं।

 जब आप खुश होते हैं तो कम नींद में काम चल जाता हैं।

 महात्मा गांधी अपनी इच्छा अनुसार सोते और जाग सकते थे। उन्हें गहरी नींद के लिए पांच मिनट का समय ही काफी था।

 सुबह 3:00 से 4:00 बजे के बीच आपका शरीर सबसे कमज़ोर होता हैं. यही कारण है कि ज़्यादातर लोगों की नींद में मृत्यु इसी समय होती हैं.

 “Bruxism” उसे कहते हैं जब हम नींद में अपने दांत किट किटाने लगते हैं।

 1998 में किये गए एक experiment से पता चलता है कि घुटनों के पीछे, तेज प्रकाश पड़ने से दिमाग में चलने वाली नींद और चेतना की घड़ी reset हो जाती हैं।

 सोते समय छींक मरना असंभव हैं।

 हम बिना खाए 2 महीने तक जीवित रह सकते हैं, लेकिन बिना सोये केवल 11 दिन तक जीवित रह सकते हैं।

 जापान में काम करते करते सो जाना मान्य है क्योकि इसे कड़ी मेहनत करते हुए थक जाना समझा जाता है।

 “Dysania” वह हालत हैं, जब सुबह बिस्तर से उठना बहुत कठिन काम लगता हैं।

 बिल्लियाँ अपने जीवन का 70% भाग सोने में बिताती हैं।

 घोड़ा खड़ा होकर और खरगोश अपनी आँखे खोल कर सोता हैं।

 1849 में, “David Atchison” अमेरिका के एक दिन के president बने, और उन्होंने अपना ज्यादातर समय सोने में बिता दिया।

 आप टेलिविजन देखने से ज्यादा कैलोरी सोने में खर्च करते हो।

 मैनें सपने में मकड़ी खाई.. ये एक झूठ हैं क्योकिं सपने में मकड़ी खाने के चांस 0% हैं।

 अमेरिका के 8% लोग नंगे सोते हैं।

 दुनिया में मनुष्य ही ऐसा जीव हैं जो अपनी इच्छा से सो सकता हैं.

 सोते समय साँस छोड़ते वक्त हमारा वजन एक पौंड यानि 450 ग्राम तक कम हो जाता है।

 जब पूरा चाँद निकलता है तो इंसान कम सोता है इसके लिए आप पर्यावरण को जिम्मेदार ठहरा सकते हों।

 जब दुनिया में कलर टीवी नहीं था, तब लगभग 80% जनसँख्या को सपने भी काले और सफ़ेद आते थे.

 जो लोग सपने नहीं देखते उन्हें “Personality Disorders” नामक बीमारी होती हैं।

 “Parasomnia” एक ऐसी बीमारी हैं, जिसमें आदमी नींद में ही हत्या जैसा संगीन जुर्म कर सकता हैं।

 जब डोल्फिन और व्हेल सो रही होती है तब भी उनका आधा दिमाग जागता रहता हैं, उन्हें याद दिलाने के लिए कि हवा लेने सतह पर कब जाना हैं।

 रात को सोते वक्त हम अपनी सूंघने की क्षमता खो बैठते हैं, जिससे अगर घर पर कोई गैस लीक हो रही हो या फिर धुएं की महक आए तो हमें पता ही नहीं चल पाता।

 अगर आप 16 घंटे तक लगातार जागते हैं तो आपका दिमाग ऐसा महसूस करेगा जैसे आपके खून में 0.5% अल्कोहल होने पर करता हैं.

 यदि आपने पूरी नींद नही ली तो आप बाॅडी में लैप्टिन की कमी होने के कारण आप ज्यादा खाना खाएंगे.

 कभी-कभी अधिक ऊंचाई के कारण भी नींद नही आती.

 “Sleep Apnea” एक ऐसी बीमारी हैं जब सोते वक्त साँस रूक जाता हैं इसके कारण आदमी सोने से डरता हैं और हमेशा तनाव में रहता हैं.

 अगर आप रात को 7 घंटे से कम सोते हैं तो जुकाम होने की संभावना 3 गुणा बढ़ जाती हैं.

 टोपी लगाकर सोना असंभव हैं. नींद ही नही आएगी.

 नींद न आने का सबसे बड़ा कारण 24 घंटे Internet चलाना हैं.


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