पीरियड्स रुक रुक के आने का कारण- Period Ruk Ruk Ke Aane Ke Karan

Brijesh Yadav
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पीरियड्स रुक रुक के आने का कारण- Period Ruk Ruk Ke Aane Ke Karan
पीरियड्स रुक रुक के आने का कारण- Period Ruk Ruk Ke Aane Ke Karan 
 

पीरियड्स (Period) खुलकर न आने के कई कारण हो सकते हैं। पीरियड्स में अनियमितता होना अनेको समस्याओं की ओर इशारा हो सकता है। अगर आपके पीरियड्स खुलकर नहीं आते हैं, पीरियड्स के दौरान अधिक या कम ब्लीडिंग होती है। साथ ही, पीरियड्स के दौरान या बाद में भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है तो आपको बिना देरी किए एक स्त्री रोग विशेषज्ञ से परामर्श करना चाहिए।


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पीरियड्स रुक रुक के आने का कारण - Period Ruk Ruk Ke Aane Ke Karan

पीरियड्स खुल कर न होने के कारण का पता लगाकर इस समस्या का उचित इलाज किया जा सकता है। पीरियड कम आने के कारण निम्नलिखित हो सकते हैं:-

1. उम्र बढ़ने पर मासिक धर्म खुलकर नहीं आते हैं

उम्र बढ़ना पीरियड्स में ब्लीडिंग कम होने का एक मुख्य कारण है। पीरियड्स में ब्लीडिंग कम-ज्यादा होना, उम्र पर भी निर्भर करता है। जब कोई लड़की टीनएज में आती है, तब उसे असामान्य (बहुत कम या ज्यादा) ब्लीडिंग होती है।

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साथ ही, जब एक महिला 40-50 वर्ष की उम्र में होती है तो उसे मेनोपॉज का खतरा होता है। मेनोपॉज के कारण भी पीरियड्स खुल कर नहीं आते हैं। इन दोनों ही उम्र में हार्मोनल असंतुलन होता है जो पीरियड्स रुक रुक के आने का एक बड़ा कारण हो सकता है।

2. वजन ज्यादा या कम होना पीरियड्स में ब्लीडिंग कम होने का कारण हो सकता है

एक महिला का वजन सामान्य से कम या ज्यादा होने पर लाइट ब्लीडिंग हो सकती है। वजन ज्यादा या कम होने से हार्मोन ठीक तरह से काम नहीं करते हैं। इसलिए पीरियड्स खुल कर नहीं आते हैं। अगर आप Period Khul Ke Aane Ke Upay के बारे में जानना चाहती हैं तो इस ब्लॉग को अंत तक अवश्य पढ़ें। साथ ही, अपनी वजन पर ख़ास ध्यान दें और इसे संतुलित रखने की कोशिश करें।

3. अनहेल्दी डाइट के कारण पीरियड खुल के नहीं आते हैं

फास्ट फूड्स, कोल्ड ड्रिंक्स या दूसरे अनहेल्दी खान-पान की चीजों का सेवन करने से शरीर में हार्मोनल असंतुलन होता है जिसका पीरियड्स (Period) पर बुरा असर पड़ता है। अगर आपके पीरियड्स में कम ब्लीडिंग होती है तो आपको अपनी डाइट में बदलाव लाना चाहिए।

साथ ही, अगर आप शराब, सिगरेट या दूसरी नशीली चीजों का सेवन करती हैं तो आपको इनका सेवन बंद कर देना चाहिए।

4. स्तनपान या ब्रेस्टफीडिंग के दौरान पीरियड्स रुक रुक के आते हैं

जब एक महिला अपने शिशु को स्तनपान कराती है तो दूध का निर्माण करने वाले हार्मोन ओव्यूलेशन की डेट को आगे बढ़ा देते हैं। जब ओव्यूलेशन लेट होता है तो पीरियड्स भी देरी से होते हैं। लेकिन ब्रेस्ट फीडिंग कराने के कुछ महीनों बाद पीरियड्स खुल कर आने लगते हैं।

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कुछ ऐसे भी उपाय मौजूद हैं जिनकी मदद से आप पीरियड्स को जल्दी ला सकती हैं, लेकिन इन उपायों का उपयोग करने से पहले आपको एक अनुभवी स्त्री रोग विशेषज्ञ से अवश्य परामर्श करना चाहिए। पीरियड्स कैसे जल्दी ला सकते हैं, इस बारे में विस्तार से पढ़ने के लिए आप इस ख़ास ब्लॉग “पीरियड्स जल्दी लाने के उपाय” को पढ़ सकते हैं।

5. बर्थ कंट्रोल पिल्स का सेवन माहवारी में खून कम आने का कारण हो सकता है

बर्थ कंट्रोल पिल्स का सेवन करने से भी पीरियड्स खुल कर नहीं होते हैं। बर्थ कंट्रोल पिल्स, पैच, रिंग या शॉट इस्तेमाल करने से ओव्यूलेशन की प्रक्रिया में एग यानी अंडा का निर्माण बंद हो जाता है, जिसके कारण यूटेरस में मोटी परत बन जाती है।

नतीजन, पीरियड्स (Period) के दौरान ब्लीडिंग कम होती है। काफी लोगों को ऐसा भी लगता है कि प्रेगनेंसी के बाद भी पीरियड्स होते हैं। अगर आप इस बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त करना चाहती हैं तो यह ब्लॉग “क्या प्रेगनेंसी में पीरियड्स आते हैं?” आपके लिए ज्ञानवर्धक साबित हो सकता है।

6. तनाव पीरियड्स (Period) में ब्लीडिंग कम होने का कारण हो सकता है

तनाव में रहने से दिमाग पीरियड्स से जुड़े हार्मोन को प्रभावित करता है। इससे पीरियड्स या तो खुल कर नहीं आते हैं या देरी से आते हैं। अगर आपके पीरियड्स खुलकर नहीं आते हैं और आपके मन में बार-बार यह प्रश्न उठता है कि पीरियड खुल के आने के लिए क्या करे, तो इसका सीधा जवाब यह है कि आप खुद को तनाव से दूर रखने की कोशिश करें।

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7. हेवी एक्सरसाइज के कारण पीरियड्स में ब्लीडिंग कम होती है

जो महिलाएं एथलीट होती हैं, उन्हें ज्यादा एक्सरसाइज के कारण भी पीरियड्स खुल कर नहीं आते हैं। पीरियड खुल के आने के लिए आप अपने खान-पान और जीवनशैली में सकारात्मक बदलाव कर सकती हैं।

8. पॉलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम पीरियड्स (Period) में ब्लड कम आता है

पॉलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम से पीड़ित होने की स्थिति में महिला के पीरियड्स (Period) अनियमित हो जाते हैं, जिसके कारण पीरियड्स में ब्लड कम आना शामिल है। इस स्थिति में एग मैच्योर होने की प्रक्रिया रुक जाती है, जिससे हार्मोनल बदलाव आता है और लाइट पीरियड्स होते है। 

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