Share Market Guide :- What is NAV? एनएवी क्या है

Brijesh Yadav
0


     एनएवी क्या है यह समझना आपके लिए बहुत आवश्यक है यदि आप Mutual Fund म्यूचुअल फण्ड में निवेश करना चाहते हैं. जो लोग सीधे तौर पर Share Market शेयर बाजार में निवेश नहीं करना चाहते हैं अथवा उन्हें शेयर बाजार की जानकारी नहीं है वे लोग Mutual Fund म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश कर सकते हैं. Mutual Fund म्यूचुअल फण्ड में निवेश करने से आपका निवेश विशेषज्ञों के हाथ में रहता है और इस प्रकार आप शेयर बाजार में सीधे निवेश के रिस्क को कम कर सकते हैं. आज हम यहाँ सीखेंगे कि Mutual Fund म्यूच्यूअल फण्ड में NAV क्या होता है, इसको कैसे गिनते हैं और इसका क्या महत्व है.Mutual Fund म्यूचुअल फण्ड में नेट एसेट वैल्यू , या एनएवी का मतलब नकदी सहित पोर्टफोलियो के सभी शेयरों के बाजार मूल्य के कुल योग में से देनदारियों को घटाने के बाद बकाया जो भी बचे उसे इकाइयों की कुल संख्या से विभाजित करके प्राप्त किया जाता है.
एनएवी फंड की प्रति यूनिट की कुल परिसंपत्ति मूल्य (खर्चे निकाल कर) है और हर दिन के कारोबार के अंत में उस फण्ड की एसेट मैनेजमेंट कंपनी (एएमसी) द्वारा इसकी गणना की जाती है। किसी भी दिन यदि उस Mutual Fund म्यूचुअल फण्ड को समाप्त कर दिया जाए तो उस Mutual Fund म्यूचुअल फण्ड में यूनिट धारक को प्रत्येक यूनिट के बदले जो कीमत मिलेगी वही उस यूनिट का उस दिन का एनएवी होता है. एक तरह से कह सकते हैं कि एनएवी किसी भी म्यूचुअल फण्ड की यूनिट की बुक वैल्यू होता है.

Mutual Fund म्यूचुअल फण्ड में अधिकतर यूनिट की बेस वैल्यू 10 रुपये या 100 रुपये होती है. प्रत्येक कारोबारी दिवस में फण्ड के पोर्टफोलियो के बाजार मूल्य के अनुसार ही यूनिट का एनएवी घटता बढ़ता रहता है.एनएवी का महत्व

एनएवी किसी Mutual Fund म्यूचुअल फण्ड के यूनिट के ग्रोथ का परिचायक होता है. यदि आप किसी फण्ड में 12 रुपये प्रति यूनिट एनएवी पर निवेश करते हैं और एक साल बाद यदि उस यूनिट का एनएवी 15 रुपये प्रति यूनिट हो जाता है तो उस फण्ड ने 25% ग्रोथ की है. यह धारणा गलत है कि कम एनएवी वाला Mutual Fund म्यूचुअल फण्ड अच्छा रिटर्न देगा और ज्यादा एनएवी वाला फण्ड कम रिटर्न देगा. किसी भी फण्ड के एनएवी से भूतकाल में फण्ड ने कैसे रिटर्न दिया यह तो बता सकते हैं मगर भविष्य में वह फण्ड कैसा रिटर्न देगा यह एनएवी को देख कर नहीं बताया जा सकता.

Post a Comment

0Comments

Post a Comment (0)
CLOSE ADS
CLOSE ADS